25 मई को दक्षिण गोआ तट पर हुए सामूहिक दुष्कर्म पर सवाल पूछे जाने पर गोआ भाजपा महिला इकाई की प्रमुख सुलक्षणा सावंत ने कहा कि सरकार सबको सुरक्षा मुहैया नही करा सकती है।
विपक्ष ने इसकी आलोचना करते हुए उन्हें पद से इस्तीफा देने को कहा है। सुलक्षणा सावंत ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि"सरकार हर किसी को शुरक्षा मुहैया नही कर सकती। हमे मानसिकता बदलने की जरूरत है। एक शक्श दूसरों की रक्षा कर सकता है।"
इस बयान में गौर करने के लिए दो प्रश्न है एक तो ये की समाज को अपना नजरिया बदलना होगा तभी ऐसी वारदातों पर रोक अथवा कम की जा सकती हैं। वहीं दूसरी और सरकार सुरक्षा न दे पाने का पछतावा जाहिर करने के बजाय ये कह रही है कि सरकार सबको सुरक्षा मुहैया नही कर सकती है।
सरकार को इसीलिए चुन कर सत्ता में बैठाया जाता है ताकि वे नागरिकों की समस्या का समाधान कर सके, उन्हें सुरक्षा प्रदान कर सके। अगर ये काम सरकार का नही है तो क्यों नागरिक वोट डाल कर उसको सत्ता के लिए चुनता है?