Monday 4 June 2018

गोवा भाजपा नेता ने कहा सरकार सबको सुरक्षा नही दे सकती

25 मई को दक्षिण गोआ तट पर हुए सामूहिक दुष्कर्म पर सवाल पूछे जाने पर गोआ भाजपा महिला इकाई की प्रमुख सुलक्षणा सावंत ने कहा कि सरकार सबको सुरक्षा मुहैया नही करा सकती है।
विपक्ष ने इसकी आलोचना करते हुए उन्हें पद से इस्तीफा देने को कहा है। सुलक्षणा सावंत ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि"सरकार हर किसी को शुरक्षा मुहैया नही कर सकती। हमे मानसिकता बदलने की जरूरत है। एक शक्श दूसरों की रक्षा कर सकता है।"
इस बयान में गौर करने के लिए दो प्रश्न है एक तो ये की समाज को अपना नजरिया बदलना होगा तभी ऐसी वारदातों पर रोक अथवा कम की जा सकती हैं। वहीं दूसरी और सरकार सुरक्षा न दे पाने का पछतावा जाहिर करने के बजाय ये कह रही है कि सरकार सबको सुरक्षा मुहैया नही कर सकती है।
सरकार को इसीलिए चुन कर सत्ता में बैठाया जाता है ताकि वे नागरिकों की समस्या का समाधान कर सके, उन्हें सुरक्षा प्रदान कर सके। अगर ये काम सरकार का नही है तो क्यों नागरिक वोट डाल कर उसको सत्ता के लिए चुनता है?

Friday 1 June 2018

पतंजलि के तीन स्वदेशी चैनल लॉन्च

पतंजली ने अपने कारोबार को अब टेलीविज़न पर भी बड़ा दिया है। हल ही मे तीन स्थानीय भाषा के धार्मिक चैनल शुरू कर पतंजलि ने अपने व्यवसाय की शाख और बड़ा ली है। आस्था तमिल, आस्था कन्नड और आस्था तेलुगू वैदिक ब्रॉडकास्टिंग लिमिटेड के बेनर तले शुरू किए गए हैं। एक साल के लंबे इंतज़ार के बाद इन चैनलों को सरकार द्वारा मंजूरी दी गयी। आवेदन मे कमी के कारण कुछ महीने पहले मंत्रालय ने इन चैनलों को मंजूरी देने से इंकार कर दिया था। ‘एशियन एज’ की रिपोर्ट की माने तो इन चैनलों को मंजूरी पीएमओ द्वारा दी गयी है।
योग गुरु और पतंजलि आयुर्वेद के मालिक आज तीन नए चैनलों के भी मालिक बन गए हैं। शुरुआत आर्युवेद से करके आज दंतमंजन, शाबून तक का व्यापार रामदेव की कंपनी कर रही है। स्वदेशी का स्लोगन लेकर आज ये देश के बड़े उधयोग पतियों मे शामिल हो गए हैं।
भारत के मुख्य टेलीविज़न चैनलों पर इनके विज्ञापनों का राज था साथ ही अब इनहोने अपने खुद के चैनलों की भ संख्या बढ़ानी शुरू कर दी है। आस्था तथा आस्था भजन भी बलकृष्ण और रामदेव के चैनल हैं। नए चैंनलों के माध्यम से ये अपनी पहुंच को और भी बड़ा रहे हैं।
टेलीवजन पर कॉरपोरेट का ऐसा आकर्षण क्यों है? क्यों हर कॉरपोरेट हाउस टेलीविजन को अपनी छाया में लेना चाहता है? इन सभी सवालों का जवाब लोगों की बदलती मानसिकता से लगा सकते हैं। आज टीवी पर अपने पसंद का कार्यक्रम दिखाकर इसकी असली महत्ता से इसे दूर रखा जा रहा है।

भारत के बड़े नोट नेपाल में अवैध: इंडो-नेपाल मित्रता खतरे में

2016 में हुए विमुद्रीकरण के कारण भारत के विदेशी संबंध पहले ही खराब होते दिखायी दिए थे। नोटबंदी से रातों रात 500 और 1000 के नोट अवैध कर दिए ...