Thursday 31 May 2018

शिमला मे पानी की कमी के चलते प्रदर्शन


भारत कि बढती जनसंख्या का प्रभाव समय समय पर देखने को मिलता है। इसका एक बहुत बड़ा प्रभाव शिमला मे पानी की कमी के रूप मे देखने को मिलता है। वहाँ की जनसंख्या वृद्धि और भरी टूरिस्ट की संख्या ने जल कमी की एक भारी विपत्ति खड़ी कर दी है। पानी की कमी के चलते कई जगह प्रदर्शन भी किए गए हैं। कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की भी कोशिश की। जगह-जगह प्रदर्शन होने के बाद हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अब इस समस्या से खुद निपने का निर्णय लिया।
यहाँ के होटलों को पानी की कमी के कारण जूझना पड़ रहा है। कई होटलों ने तो बूकिंग भी बंद कर दी है। वर्तमान पानी की जरूरत 45 मिलियन लीटर प्रतिदिन है पर पानी की पूर्ति केवल 20 मिलियन लीटर प्रतिदिन ही हो पा रही है।
ये केवल एक समस्या नही है जो जनसंख्या वृद्धि के कारण हो रही है, बेरोजगारी, प्रदूषण मे वृद्धि, अपराध मे बढ़ोतरी, गरीबी भी एक समस्या बन कर सामने आई है। इन सभी समस्याओं से निपटान के लिए जनसंख्या नियंत्रण करना बेहद अवश्यक है अन्यथा संसाधनो की कमी का सामना करना पड़ता रहेगा।

मोदी सरकार मे 77,000 करोड़ का लोन घोटाला


मोदी सरकार मे 77,000 का लोन घोटाला सामने आया है। जाने माने अर्थशास्त्री प्रसेनजीत बॉस ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के मध्यम से इस लोन घोटाले का पता लगाया है। इतने बड़े लोन घोटाले के बावजूद सरकार शांत बैठी है, सरकार ने इस पर अभी तक कोई भी जांच करने का आदेश नही दिया है। रेडिफ़ को दिये साक्षात्कार मे बॉस ने बताया है की वर्ष 2008-09 मे कुल 1542 करोड़ की बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले सामने आए थे। वर्ष 2017-18 मे यह आंकड़ा बढ़कर 22,469 करोड़  से ऊपर चला गया है। प्रसेन बॉस के अनुसार अप्रैल 2014 से मार्च 2018 तक, मोदी सरकार मे कुल 77,000  करोड़ का लोन घोटाला हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार मे लोन घोटाले मे बदोतरी हुई है। बॉस के अनुसार मोदी सरकार मे हजारों करोड़ का लोन घोटाला हुआ है। बॉस ने यह भी बताया कि है की आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों मे लोन देने की तिथि का उल्लेख नही है। बॉस ने इन घोटालों का पर्दा फास करने और इसके गुनहगारों को सजा दिलाने को लेकर भी कहा है।
इससे पहले भी नीरव मोदी पर भारी लोन चोरी का आरोप था। पर जब तक कार्यवाही की जाती नीरव देश छोड़ चुके थे। देखा जाये तो वर्तमान सरकार के समय रहते इन पर एक्शन न लेने से इन लोन घोटालों की संख्या बढ़ती जा रही है।

भारत के बड़े नोट नेपाल में अवैध: इंडो-नेपाल मित्रता खतरे में

2016 में हुए विमुद्रीकरण के कारण भारत के विदेशी संबंध पहले ही खराब होते दिखायी दिए थे। नोटबंदी से रातों रात 500 और 1000 के नोट अवैध कर दिए ...