सरकार कर्जे में आम आदमी कर्जे में।।
कुछ ऐसा कहो की ये देश कर्जे में।।
शहर कर्जे में यहाँ गाँव कर्जे में।।
कुछ तो बात है इस शब्द कर्जे में।।
कर रखा है कब्जा इस शब्द कर्जे ने।।
जकड़ रखा है लोगों को इस शब्द कर्जे ने।।
किसानों के जीवन की हर छार कर्जे में।।
अब तो ऐसा लगता है कि हर काल कर्जे में।।
:-Sunny verma
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